दिल्ली के मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह की खास बात: कर्तव्य पथ पर दस साल बाद होगी चंडीगढ़ की झांकी
- By Vinod --
- Monday, 23 Dec, 2024
The main Republic Day celebration of Delhi is a special thing
The main Republic Day celebration of Delhi is a special thing- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I चंडीगढ़ की झांकी अब पूरे दस साल बाद दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आगामी 26 जनवरी को नजर आएगी। प्रशासन ने स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास थीम पर झांकी का मॉडल और स्कैच तैयार किया है।
बीते शनिवार को केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने इसे मंजूरी दे दी। अब चंडीगढ़ देश के उन 15 ाज्यों और यूटी में शामिल हो गया है जिनकी झांकियां दिल्ली में होने जा रहे गणतंत्र दिवस पर दिखाई देंगी। यूटी प्रशासन के डायरेक्टर पब्लिक रिलेशन की मेहनत का परिणाम है कि झांकी 10 साल बाद दोबारा देश के मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह के लिये चुनी गई है। डायरेक्टर पब्लिक रिलेशन की देखरेख में बनी कमेटी इस पर कई दिन से काम कर रही थी।
इससे पहले वर्ष 2014 में चंडीगढ़ की झांकी गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान नजर आई थी। बीते कई वर्षों से प्रशासन कई थीम केंद्र को भेजता रहा लेकिन कोई मॉडल चयनित नहीं हुआ। अब चंडीगढ़ को आधुनिक और प्रगतिशील सोच के साथ एक समृद्ध जीवनशैली प्रदान करने वाले शहर के रूप में दिखाया जाएगा। ऐसा शहर जो विरासत और आधुनिक वास्तुकला का संगम है। थीम में जापानी गार्डन, नेकचंद का रॉक गार्डन, पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट इत्यादि दर्शाई गई हैं।
यह शहर मॉडल सोलर सिटी भी बन रहा है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों में शामिल है। चंडीगढ़ के थीम में आधुनिक पब्लिक बाइक शेयरिंग भी दिखाया जाएगा। प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि चंडीगढ़ का चयन होना बहुत गर्व की बात है। केवल 15 राज्यों व यूटी को ही चयनित किया गया है। बताया जा रहा है कि चयन प्रक्रिया छह चरणों से होकर गुजरी शुरुआती स्कैच, डिजाइन और प्रारंभिक थीम से होती है। इसके बाद 3 डी मॉडल तैयार किया जाता है जिसे विशेषज्ञ समिति मंजूरी देती है।
मिली जानकारी के अनुसार जिस थीम पर झांकी तैयार हो रही है, उसका निर्माण 25 दिसंबर से दिल्ली कैंट के राष्ट्रीय रंगशालाकैप में शुरु होगा। 19 जनवरी तक इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा क्योंकि 23 जनवरी को होने वाली परेड़ के रिहर्सल में इन्हें शामिल किया जाना है। प्रशासन 7 दिसंबर को ही इसके लिये 70 लाख रुपये का टैंडर कर चुका है। चंडीगढ़ उस समय चयन के छह चरणों में से तीन चरण पार कर चुका था। झांकियों पर यूटी का नाम हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषा में अंकित करना होगा।